होलिका से 8 दिन पहले से होलाष्टक की शुरूआत हो जाती है जिसमें शुभ-अशुभ, मांगलिक कार्य बंद रहते हैं। इस बार होली 25 मार्च को है और होलाष्टक 17 मार्च से लगेगा। तो आइए जानते है कि होलाष्टक लगने के बाद किन कामों को नहीं करना चाहिए। होलाष्टक के दौरान शादी विवाह और सगाई जैसे मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। इसके अलावा मुंडन, कर्ण भेदन और नामकरण जैसे संस्कार भी नहीं किए जाते हैं। होलाष्टक में भवन निर्माण,गृह प्रवेश या प्रॉपर्टी को बेचना या खरीदना भी वर्जित है। इस अवधि में नए कार्यों को प्रारंभ करने से बचना चाहिए। होलाष्टक में भूलकर भी यज्ञ और हवन जैसे कार्य नहीं करने चाहिए, कहते हैं कि इस अवधि में किए गए यज्ञ आदि का पर्याप्त फल नहीं मिलता। होलाष्टक में नई दुकान या कारोबार का शुभारंभ बिल्कुल ना करें. यह कार्य होलाष्टक से पहले या बाद में निपटा लें तो बेहतर होगा।इसमें सोने या चांदी के आभूषण खरीदने से बचें। इस दौरान कपड़े, घर की सजावट का सामान आदि भी ना खरीदें। वहीं हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार होलाष्टक में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से विशेष लाभ मिलते है। इस मंत्र के जाप से आपको जीवन से सभी दुखों से छुटकारा मिल सकता है. बस ध्यान रहे कि जाप पूरे मन के साथ और भक्ति भाव से करना है।
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