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प्रताड़ित परिवार की सीएम योगी से न्याय की दरकार, गुहार न सुने जाने पर सीएम आवास के सामने मजबूरन आत्मदाह करेगा परिवार!


                       राजेश तिवारी 


राजेश तिवारी द्वारा प्रताड़ित परिवार का कहना है कि अगर उनकी सुनवाई नहीं हुई तो हम प्रताड़ना से मुक्ति के लिए मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह कर लेंगे। 

कानपुर देहात।    गुंडागर्दी के दम पर अधिवक्ता पुष्कल पराग दुबे व उनके पुत्र को अमरेश त्रिपाठी की मृत्यु के केस में सुनियोजित षडयंत्र कर फसाया गया है। गुंडागर्दी से परिवार भी परेशान है। परिवार ने आलाअधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगाई लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

क्या है पूरा मामला
कानपुर देहात के पुखरायां के सघन क्षेत्र इलाके में पाल समुदाय के द्वारा ट्रस्ट की जमीन पर अतिक्रमण किया जा रहा था।जिसके बारे में वहां खादी वस्त्र भंडार के मंत्री अमित तिवारी द्वारा अधिवक्ता पुष्कल पराग दुबे को सूचित किया, जिन्हे कुछ समय पहले ही राजेश तिवारी द्वारा जबरजस्ती ट्रस्ट का सदस्य बनाया गया। 
अतिक्रमण को रोकने के लिए अधिवक्ता ने वहां पहुंचकर चौकी इंचार्ज समेत अन्य पुलिस वालो को सूचित करने के लिए फोन भी किया लेकिन पुलिस की तरफ से कोई जवाब नही मिला। जब पाल समुदाय द्वारा अतिक्रमण करना जारी रखा गया तब अधिवक्ता द्वारा अतिक्रमण का विरोध किया गया। विवाद बढ़ा तो पाल समुदाय के लोग ईटें, पत्थर, संबल आदि घातक हथियारों से पिता और उनके साथ आए पुत्र यानि अंबुज दुबे, अमरेश त्रिपाठी व अन्य साथियों पर हमला कर दिया। जिसमे  पाल समुदाय के लोगो ने अंधेरे का फायदा उठाकर अमरेश त्रिपाठी को अकेले  में घसीटकर सर पर हथौड़े से हमला व गला घोटकर हत्या कर दी जिसका जिक्र पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी किया गया है। 
इस पर पुलिस ने चारों अपराधियों घनश्याम, उर्मिला देवी, गौतम पाल, भारत पाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जिनको अलाकत्ल बरामदगी और जुर्मई इकबाल के साथ जेल भेज दिया। जिसके लिए एसपी ने पुलिस को 25000रू की धनराशि से पुरुस्कृत किया।
दर्ज की गई एफआईआर में कहीं भी अन्य या अज्ञात की कोई गुंजाइश ही नहीं है।

# मृतक का फोन चौकीदार को मिला, जिसने मेरे अधिवक्ता को फोन दिया। पिता ने घर बुलाकर मुकेश पाण्डेय को फोन सौंप दिया।
# मृतक की जंजीर अमित तिवारी को मिली जिसको प्रमोद त्रिवेदी ने ले लिया। उसके बाद मृतक के पिता राजेश तिवारी को दी गई।

परिवार की कहीं कोई सुनवाई नहीं
अधिवक्ता की बेटी का कहना है कि परिवार उच्च अधिकारियों से व उच्च राजनेताओं से निष्पक्ष जांच कराने की गुहार लगाते रहे है,  उनके द्वारा IG, DIG, SP, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, असीम अरुण, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर सभी अन्य अधिकारियों तक न्याय की गुहार लगाई गई है लेकिन उसकी भी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई है।उन्होंने बताया कि हम हर जगह जा-जा कर भटक रहे है। हमारी कहीं कोई सुनवाई नहीं है। बिना हमारी बात सुने मेरे पिता और भाई का अरेस्ट वारंट निकालवा दिए गए। हमारे घर की साजिश के तहत 82 करवा दी गई। मेरे पिताजी की प्रतिष्ठा व छवि को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। एक के बाद एक उनके ऊपर झूठे आरोप लगाकर सुनियोजित तरीके से रोज नए नए झूठे मुकदमे लगाए जा रहे है और उनको फसाया जा रहा है। कहीं भूमाफिया तो कहीं गैंगस्टर बताया जा रहा है।

भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता है अधिवक्ता
भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधि प्रकोष्ठ कानपुर, बुंदेलखंड के पूर्व सह संयोजक रहे और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं। कानून में आस्था रखने वाले व्यक्ति हैं। पुत्र भी भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता है।

दबंगई के कारण अधिवक्ता का नाम विवेचना में अलग से जुड़वाया
 राजेश तिवारी द्वारा पुलिस पर दबाव बनाकर फर्जी मुकदमे में 120 B (षडयंत्रपूर्वक हत्या करने) का मुल्जिम बनाने, भू माफिया, गैंगस्टर घोषित करवाने की सुनियोजित योजना बनाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। 


परिवार लगा रहा है एनकाउंटर कराने के गंभीर आरोप 
परिवार का कहना है कि राजेश तिवारी हमारे लोगों को हड़काते हैं। जो हमारे निर्दोष पिता व भाई के पक्ष में हलफनामा दे रहे है उनको घर बुलाकर हड़काते हैं। मेरे पिताजी का हाल किया वैसा ही उनका भी होगा। इसलिए डर की वजह से हमारे पक्ष में कोई भी नहीं बोल पा रहा। हमारे वकील को भी इन्होंने हड़काया। परिवार के लोगों को ये डर भी है कि राजेश तिवारी भूमाफिया,गैंगस्टर वाले झूठे केस में फसा कर एनकाउंटर कराने की फिराक में है।

सीएम योगी से मांग
मुख्यमंत्री सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाते हुए परिवार की मांग है कि हमारी जांच सीबीसीआईडी को दी जाए या किसी अन्य जिले में ट्रांसफर की जाए। राजेश तिवारी द्वारा प्रताड़ित परिवार का कहना है कि अगर उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वे इस प्रताड़ना से मुक्ति के लिए मुख्यमंत्री के सामने आत्मदाह कर लेंगे। 







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