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रामलला को दावत देने अयोध्या में पधारे काशी के बाबा विश्वनाथ के गण


कानपुर। श्री राम के परम भक्त हनुमान अपने आराध्य की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते है। किसी समय और कोई भी पल हो हनुमान जी का एक उद्देश्य रहा है, अपने प्रभु को किस प्रकार से सुख दिया जाए। लेकिन जब से राम जी अयोध्या में अपने मंदिर में विराजमान हुए है तब से हनुमान जी को सेवा का कोई अवसर नहीं मिल पाया है। इसलिए उन्होंने सेवा के लिए ऐसा काम करने का जिम्मा उठाया है जिससे अयोध्या आने वाले सभी भक्तों के चेहरे औऱ पेट दोनो खुश हो जाएंगे।


बता दें कि जब से अयोध्या में रामलला का आगमन हुआ है,तब से रामलला को भेंट में हर व्यक्ति कुछ न कुछ जरूर दे रहा है। किसी ने 4 फिट, 400 किलो का, दुनिया का सबसे बड़ा ताला भेंट किया, तो किसी ने हीरे जवाहरात से जड़ा मुकुट, किसी ने वस्त्र भेंट किये तो राम जी के ससुराल, नेपाल से आए लोगों ने गृहस्थी का पूरा सामान भेंट में दिया. लेकिन अभी तक हनुमान जी की तरफ से राम जी को भेंट के लिए कुछ भी नहीं आया था। हालांकि अब बाबा ने वो कमी भी  पूरी कर दी है। रामलला के लिए ये भेंट आई है काशी के बाबा विश्वनाथ की ओर से। यहां थोड़ी सी पौराणिक जानकारी यह दें दे कि हनुमान जी, भगवान शंकर के 11वें रूद्रावतार के रूप धरती पर आए थे, ऐसा वर्णन वेद, पुराणों में मिलता है। इसके साथ ही भगवान शंकर को बाबा विश्वनाथ, त्र्यंबकेश्वर, महाकाल आदि नामों से भी पुकारा जाता है। 

अब आते है अपने मूल मुद्दे पर, हां तो अब अयोध्या जाने वाले श्रृद्धालुओं को  एक के साथ एक मुफ्त वाली योजना का लाभ मिलने वाला है। अब अयोध्या में पहुंचने वालें भक्तों को रामलला के दर्शन के साथ साथ बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी बनारस का स्वाद चखने का मौका मिलेगा। इसतरह शिवभक्तों के हाथों का स्वादिष्ट भोजन पाकर भक्तों को राम जी और बाबा विश्वनाथ दोनों की ही कृपा एक साथ  मिलेगी। 


दरअसल  अयोध्या के राम मंदिर में रामलला को विराजे एक महीना से भी ज्यादा का समय हो गया है. इस दौरान भक्तों की भारी भीड़ अयोध्या में है। अब तक करीब 65 लाख से अधिक राम भक्त रामलला के दरबार में हाजिरी भी लगा चुके है और यह क्रम लगातार जारी है। रोज सुबह से लेकर शाम तक 2 लाख सेअधिक श्रृद्धालु दर्शन कर रहे है। भक्तों की सुविधा के लिए अयोध्या में भंडारे भी चलाए जा रहे है। और अब इसमें काशी की प्रसिद्ध भंडारा समिति श्री काशी विश्वनाथ सेवा समिति, भी शामिल हो गयी है। ये समिति अपने स्वादिष्ट भोजन से दर्शन के लिए पहुचने वाले लाखों भक्तों को बनारसी व्यंजनों का स्वाद चखाएगी।  इसके साथ ही समिति की ओर से प्रसाद की भी व्यवस्था की जाएगी. इसको लेकर अयोध्या में समिति की ओर से सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है।

 पहली बार अयोध्या में सेवा देने जा रहे  श्री काशी विश्वनाथ सेवा समिति के लोग, रामलला की सेवा के लिए खासा उत्साहित है। जैसे ही राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से इनको निमंत्रण भेजा गया, समिति ने बिना एक सेंकंड गवाएं निमंत्रण को स्वीकार कर लिया। समिति ने कहा कि ये निमंत्रण हमें नहीं बल्कि खुद राम जी की ओर से बाबा काशी विश्वनाथ को भेजा गया है। ये बाबा की हम पर कृपा है कि रामजी की सेवा करने के लिए बाबा ने हमलोगों को चुना है।  ये निमंत्रण बाबा विश्वनाथ की इच्छा से समिति को भेजा गया है।। उनका कहना है कि भगवान राम को हर भक्त ने कुछ न कुछ भेंट किया, तो फिर बाबा विश्वनाथ कैसे पीछे रह सकते है। आखिरकर भगवान राम तो काशी विश्वनाथ के ईष्ट है। वे सेवा देने से कैसे चूक सकते थे। औऱ हम भी तो बाबा के गण ही है। इसलिए बाबा विश्वनाथ की ओर से अयोध्यावासियों की भोजन सेवा हम करेंगे।और होने वाली इस सेवा को भगवान राम के चरणों में अर्पित करेंगे।


बता दें कि काशी से अयोध्या जाने वाले शिवभक्तों की टीम में 40 सदस्य है। सभी शिवभक्त जय श्री राम के जयकारे के साथ काशी से अयोध्या जा रहे है। इनका उद्देश्य राम लला के दर्शन के साथ ही रामभक्तों की सेवा करना है। इसलिए ये रामभक्तों के पेट भरने के भोजन की व्यवस्था के लिए राशन वगैरह अपने साथ ही लेकर जा रहे है। साथ ही 
अयोध्या में भोजन बनाने के लिए सभी बर्तन बनारस से ही भेजे जाएगें.  इसमें चूल्हे, एक हजार थालियां, एक हजार गिलास, चम्मच, कटोरी, कंछुल, कढ़ाई, चिमटे, पलटा, तवा आदि शामिल है. इसके साथ ही किचन के लिए प्रयोग में आने वाले लगभग सभी सामान ट्रक के माध्यम से अयोध्या जाएंगे। 

दरअसल अयोध्या में समिति की ओर से प्रतिदिन तीन समय राम भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाएगा. इसके लिए सप्ताह के सातों दिन का मेन्यू भी तय कर लिया गया है. इस भंडारे में बनारसी पूरी, जलेबी, कचौड़ी, दाल चावल, इटली-डोसा जैसे तमाम व्यंजन शामिल होंगे। सुबह के समय कचौड़ी, सब्जी, जलेबी और दोपहर में दाल चावल परोसने की पूरी व्यवस्था की गई है. अयोध्या में सातों दिन और तीन टाइम पूरे 15 दिनों तक सुबह के समय नाश्ता, दोपहर में भोजन और शाम में भी विभिन्न प्रकार के व्यंजन परोसे जाएंगे. मेन्यू अलग-अलग होगा. यह भोजन की व्यवस्था सभी राम भक्तों के लिए मुफ्त रहेगी. बिना किसी भेदभाव के सभी रामभक्तों की सेवा की जाएगी।

बता दें कि इससे पहले भी श्री काशी विश्वनाथ सेवा समिति तार्थयात्राओं औऱ आपदा ग्रसित क्षेत्रों में काशी की तरफ से भंडारे का आयोजन करती आई है। इनमें अमरनाथ यात्रा , काठमांडु त्रासदी जैसी अन्य घटनाएं शामिल है।  लेकिन अयोध्या में समिति की ओर से कराए जा रहे भंडारे का ये पहला मौका है। इसको लेकर समिति के सदस्यों में भारी उत्साह है। 



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