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राम मंदिर के लिए आपका दान सही जगह पहुंचेगा, डोनेट करने से पहले पढ़ें यह खबर



कानपुर।जब से राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई है तब से अब तक एक महीना से ज्यादा का समय हो गया है। लेकिन अगर बात करें रामभक्तों की तो उनका जोश एक दम हाई है। राम मंदिर के द्वार आम जनमानस के लिए खुलने के बाद से रोजाना लाखों की संख्या में श्रृद्धालु अयोध्या पहुंच रहे है। अयोध्या नगर की गलियां, चाक, चौराहों पर बस राम धुन, सीता-राम भजन और दूर दूर तक जहां नजर डालों वहां तक देश विदेश से आए सिर्फ रामभक्त ही नजर आते है। वहीं अयोध्या के लोकल व्यापारियों की तो रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद से मानो लॉटरी ही निकल आई हो। पिछले 30 दिनों से इतनी भीड़ देखकर वे सभी अपने अपने कारोबार को और आगे बढ़ाने के लिए नई तरह से  प्लानिंग करने में जुट गए है। जहां पहले देश का शायद ही कोई आम व्यापारी भी पैसा लगाने से कतराता था अब उसी अयोध्या में केएफसी, डॉमिनोज  जैसी कई  मल्टीनेशनल कंपनियां राम की नगरी में अपनी दुकानें खोलने के लिए लाइनों में लगी है। राम जी क्या आए, अयोध्यावासियों की एकदम से काया ही पलट गई है। 
वहीं राम दर्शन के लिए हिंदुओं में गजब का उत्साह भी देखने को मिल रहा है। यहां तक कि राज्य और केंद्र की सरकारों ने रामभक्तों को राम मंदिर ले जाने के लिए कई स्पेशल ट्रेने तक चला दी है। जो भी अयोध्या जाता है वो सबसे पहले किसी बर्तन की दुकान में जाकर मंजीरा जरूर खरीदता है ताकि जब वो अयोध्या के सफर के लिए घर से निकले तो मंजीरा बजाकर राम नाम धुन गाता हुआ निकले। वहीं अगर कुछ लोग जत्थे में अयोध्या के लिए जा रहे है तो बस फिर ये समझ लीजिए, मदभक्ता यत्र गायन्ति, तत्र तिष्ठामि नारद:, माने सफर में जहां भी वे बैठकर  रामभजन करने लगते है, वहीं पर भगवान साक्षात रूप से विराजमान हो जाते है। ये तो रही भक्तों के मन की बात...अब आते है काम की बात पर

दरअसल राम मंदिर के लिए जो श्रृद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे है वे मंदिर के निर्माण के लिए दान देना चाह रहे है। अब जो व्यक्ति मंदिर तक पहुंच गया है उसने तो मंदिर में रखी गई दान पेटियों में दान दे दिया लेकिन अभी भी कई ऐसे रामभक्त है जो अपनी नौकरी और काम के चक्कर में फंसे है और राम मंदिर दर्शन के लिए अयोध्या नहीं जा पाए है। ऐसे लोग रामलला के मंदिर में निर्माण कार्य के लिए घर बैठे सहयोग करना चाहते है। लेकिन उनके राम काज में कुछ लोग अड़चन बन रहे है, जी हां, हमेशा की तरह फिर से राम काज और राम भक्तों के बीच कुछ एसे लोगों की एंट्री हुई है जिनसे राम मंदिर निर्माण को देखा नहीं जा रहा है। राम का भव्य मंदिर उनकी आंखों मे खटक रहा है।  उनको राम मंदिर के लिए करोड़ों रूपए का दान दिया जाना, ना गवारा लग रहा है। ये लोग वहीं लोग है जिन्हे आप और हम कहावतों में सुनते और कहते आए है कि गांव अभी पूरी तरह बसा भी नहीं और भिखारी पहले   आ गए।
 

तो बता दें कि इस कहावत के अनुसार वो भिखारी लोग है राम मंदिर निर्माण के नाम पर चंदा इकट्ठा करने वाले फ्रॉड। करोड़ो का दान राम के नाम पर मिल रहा है तो अब इन साइबर अपराधियों की भी नजरें दान पर टेढ़ी होने लगी है। इन जालसाजों ने रामभक्तों के दान में सेंधमारी करने की योजना बनाई है। और जो पैसा मंदिर के दान के लिए भेजा जा रहा है उसको अपने बैंक अकाउंट्स में ट्रांसफर करने की नई नई तरकीबें निकाल रहे है। ये जालसाज विभिन्न फर्जी वेबसाइट और मोबाइल एप्स की मदद से धोखाधड़ी की फिराक में है। ये खुलासा खुद केंद्र सरकार की खूफिया एंजेसियों ने किया है। एंजेसियों ने दान मांगने वाली कई फर्जी  वेबसाइट्स को लेकर अलर्ट भी जारी किया है। खूफिया एंजेसियों की तरफ से कहा गया है कि ये साइबर अपराधी  लोगों को नए नए तरीके से शिकार बना रहे है। इसके लिए उन्होंने क्यू आर कोड, राम मंदिर के नाम पर फर्जी फोन कॉल्स करना, राम मंदिर बैंक अकाउंट के नाम पर फर्जी खातों से संबंधिक कई पोस्ट करना जैसे कई तरीकों को अपनाया है। 
सोशल मीडिया में राम मंदिर के नाम पर धन इकट्ठा करने को लेकर कई पोस्ट वायरल भी हो रही है। जिनका दावा है कि उनके पोस्ट पर दी गई डीटेल्स पर भेजा गया पैसा राम मंदिर निर्माण कार्य के लिए ही दिया जाएगा। इन सबके बीच केंद्र की मोदी सरकार ने पेमेंट गेटवे से अनुरोध किया है कि वे संभावित धोखाधड़ी पर ध्यान दें। 
बता दें कि रामलला हर दिन दर्शन देने और दान इकट्ठा करने के मामले में रोजना तौर पर पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त करने और नए रिकॉर्ड बनाने में लगे है।
 

23 जनवरी 2024, जब से रामलला के दर्शन खुले है, तब से अब तक 62 लाख से अधिक श्रृद्धालु अयोध्या जाकर दर्शन कर चुके है। वहीं दर्शन करने अब तक आए भक्तों ने 50 करोड़ रूपए की दानराशि राम लला को भेंट में दी है। मंदिर ट्रस्ट की ओर से  इस दान राशि को गिनने के लिए 14 कर्मचारियों की एक टीम भी गठित की गई है। इसमें 11 बैंक कर्मचारी और तीन मंदिर ट्रस्ट के सदस्य है। बता दें कि पैसों की गिनती सीसीटीवी की निगरानी में की जा रही है। 1 महीने बाद भी श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नहीं है। वहीं मंदिर प्रशासन ने राम लला के दर्शन के लिए नए समय की घोषणा की है, इसमें रामलला की मूर्ति की श्रृंगार आरती सुबह 4.30 बजे से शूरू होगी, फिर सुबह 6.30 बजे मंगल प्रार्थना करने के बाद से ही सुबह 7 बजे से मंदिर भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया जाता है।  
   


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