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AYODHYA: CISF के घेरे में रहेंगे रामलला, परिंदा भी नहीं मार सकेगा पर


जब 20 IPS, 100 PPS अफसर, 11000 जवान और SPG की निगरानी अगर किसी क्षेत्र  की सुरक्षा में तैनात हो तो यकीनन आप कह सकते है कि ऐसी जगह पर परिंदा भी पर नहीं मार सकता। जी हां....कुछ इसी तरह की सुरक्षा के साथ नव और भव्य अयोध्या दिखाई  दे रही है।.... 

22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं कि परिंदा पर भी क्या, आस-पास मंडराने के लिए भी कई बार सोचेगा। अयोध्या इस वक्त हाई अलर्ट पर है। .....

यूपी पुलिस, एसटीएफ, एटीएस, सीआरपीएफ के साथ एसपीजी अयोध्या की सुरक्षा में तैनात है। इतना ही नही  एंटी ड्रोन सिस्टम से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम अयोध्या में  बनाकर तैयार किए गए है। इस बार केंद्र और राज्य से जुड़ी सुरक्षा  एजेंसिया एक साथ मिलकर काम कर रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस, एसटीएफ, एटीएस, पीएसी,आरएएफ के साथ केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों के जवान तैनात हैं. बता दें...16 जनवरी से अयोध्या को एसपीजी के हवाले कर दिया गया था. एसपीजी की अगुवाई में ही सभी टीमें एक साथ मिलकर काम कर रही है।

यूपी पुलिस की तरफ से 3 डीआईजी, 17 आईपीएस और 100 पीपीएस स्तर के अधिकारी अयोध्या में तैनात किए गए हैं. इनके साथ 325 इंस्पेक्टर, 800 सब इंस्पेक्टर और एक हजार से अधिक कांस्टेबल मौजूद है. पीएसी की चार कंपनियों को भी सुरक्षा में लगाया गया है, जो कि आम लोगों की सुरक्षा का कार्य करेंगी. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य कार्यक्रम एसपीजी की निगरानी में ही होगा. उसके साथ सीआरपीएफ. एटीएस और एसटीएफ के अधिकारी लगातार एक-दूसरे के संपर्क में है जो एसपीजी के निर्देशन में कार्यरत है।  

 अयोध्या रेंज में, करीब 11 हजार अतिरिक्त सुरक्षा बल अयोध्या में तैनात किए गए है. सरयू नदी में निगरानी करने के लिए जल पुलिस को अतिरिक्त हाई स्पीड बोट मुहैया कराई गई है. सुरक्षा एजेंसियों की नजर जमीन से लेकर आसमान तक है. इसके लिए एंटी ड्रोन सिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम तैयार किए गया है। आने-जाने वाले की फिजिकल चेकिंग के अलावा, उच्च स्तरीय सुरक्षा तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे लोगों की पहचान की जा सकेगी।

 -अयोध्या में चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए यूपी पुलिस ने 10 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. इन कैमरों के जरिए लोगों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का भी सहारा लिया गया है.. जिन लोगों के दुकानों और घरों के सामने सीसीटीवी कैमरे लगे है, उनको पुलिस कंट्रोल से जोड़ा गया है....ये कैमरे यूपी पुलिस के 10000से अधिक सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क के अलावा है....


 स्थानीय लोगों को भी इस योजना में सहभागी बनाया जा रहा है। बड़ी संख्या में ऐसे लोगों से संपर्क कर  उनको साथ में जोड़ा गया है जो ई-रिक्शा, टैक्सी, होटल, धर्मशाला और गेस्ट हाउस कर्माचारी है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि या फिर संदिग्ध लोग दिखाई देने पर तुरंत पुलिस को सूचना देने के निर्देश है। सूचना देने वालों के नाम गुप्त रखे जाएगे।

वहीं अयोध्या के महर्षि वाल्मिकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा की बात करें तो... एयरपोर्ट की सुरक्षा में सीआईएसएफ के अफसर और जवान तैनात है। गृह मंत्रालय ने सीआईएसएफ के 250 जवानों और अधिकारियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है। अयोध्या के इसी अत्याधुनिक सुविधाओं वाले हवाईअड्डे पर 22 जनवरी को 100 से अधिक विमान उतरेंगे जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश की कई नामचीन हस्तियां शामिल है। 

 

 

 

 

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