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प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने वाले इमाम को मिली जान से मारने की धमकियां, खिलाफ जारी फतवा.....दो टूक- मैं माफी नहीं मांगूंगा, मुझसे नफरत करने वाले पाकिस्तान चले जाए



कानपुर। फतवा फतवा फतवा....एक बार फिर से फतवा ट्रेंड कर रहा है। वजह है ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के प्रमुख डॉ. इमाम उमेर अहमद इलियासी।

दरअसल 22 जनवरी को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जिन VVIPs लोगों को बुलाया गया था उनमें इमाम उमर इलियासी भी शामिल थे। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान लाइव टेलीकास्ट में आपने उनको देखा ही होगा, साधू- संतों के बीच एक शख्स बैठा दिख रहा था जिसकी लंबी सफेद दाढ़ी, नोक दार क्रीम रंग की टोपी, आंखों में चश्मा और सफेद रंग के कपड़े पहने हुए है। जी हां, इन्हीं का नाम है डॉ.इमाम उमेर अहमद इलियासी जिनके खिलाफ फतवा जारी किया गया है। और फतवा जारी करने की वजह है....इमाम उमेर अहमद का राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होना है।

इस फतवे के जवाब में इमाम साहब ने दो टूक जवाब दिया है। डॉ. इलियासी ने कहा...मुख्य इमाम के रुप में मुझे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट से निमंत्रण मिला था। दो दिन तक विचार करने के बाद अयोध्या जाने का फैसला किया था। मै वहां पर पैगाम-ए- मोहब्बत लेकर गया था। और मंदिर ट्रस्ट की ओर से मुझे सम्मान भी दिया गया। फतवा जारी करने वालों को इमाम साहब ने दो टूक जवाब देते हुआ कहा कि जो लोग  समारोह में शामिल होने की वजह से मुझसे नफरत करते है, वो पाकिस्तान चलें जाएं। मैने कोई गुनाह नहीं किया।

इमाम डॉ. इलयासी नें बताया कि फतवा जारी होने से पहले, प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन की शाम से ही उनको धमकी भरे कॉल आ रहे है। उन्होंने आगे कहा कि मैनें कुछ कॉल रिकॉर्ड किए है जिनमें कॉल करने वालों ने मुझे मारने की धमकियां दी है। जो लोग मुझे और देश से प्यार करते है वे मेरा समर्थन करेंगे और जो लोग समारोह में शामिल होने की वजह से मुझसे नफरत करते है वे पाकिस्तान चले जाए...मैने कोई गुनाह नहीं किया. मै माफी नहीं मांगूगा  और न ही इस्तीफा दूंगा. धमकी देने वाले जो चाहें कर सकते है।

 

डॉ. उमर अहमद इलियासी ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन (AIIO) के प्रमुख हैं. दावा है कि इस संगठन में 5 लाख से ज्यादा इमाम हैं, जो 21 करोड़ भारतीय मुसलमानों की आवाज हैं.AIIO का दावा है कि वो दुनिया में इमामों का सबसे बड़ा संगठन है. ये भी दावा है कि इस संगठन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली हुई है।डॉ. इलियासी को इस्लामी कानून का जानकार माना जाता है. वो उन कुछ इस्लामी बुद्धिजीवियों में से एक में से एक हैं, जो आतंकवाद और उग्रवाद पर अपनी साफ स्थिति रखते हैं. 

हाल ही में डॉ. उमर अहमद इलियासी को पंजाब की देश भगत यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की डिग्री से नवाजा है. दावा है कि भारतीय इतिहास में पहली बार किसी मस्जिद के इमाम को इतनी बड़ी डिग्री से सम्मानित किया गया है.AIIO की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, डॉ. उमर अहमद इलियासी को शांति और सद्भाव के लिए देश-दुनिया में सैकड़ों अवॉर्ड्स से सम्मानित किया जा चुका है


 गई हैं. साथ ही उनके इमाम होने पर सवालिया निशान भी उठाया गया है'. 

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