Ticker

6/recent/ticker-posts

मुझे भी आकाश छूना है अभियान में छात्र–छात्राओं का दिखा जोश

कानपुर। अरमापुर पीजी कॉलेज में. सखी केंद्र एवं नेशनल अलायन्स ऑफ़ वूमेन की ओर से चलाए जा रहे अभियान "मुझे भी आकाश छूना है" कि श्रंखला में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें छात्र–छात्राओं से भरे हुए खचाखच हॉल जबरदस्त जोश दिखाई दे रहा था. हर जगह महिलाओं और लड़कियों पर हो रही हिंसा को कैसे खत्म किया जाए और हमारी क्या भूमिका हो सकती है इस विषय पर 35 छात्र-छात्राओं ने निबंध प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और 19 छात्र-छात्राओं ने स्पीच कंपटीशन में हिस्सा लिया। प्राचार्य मुकेश जी ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्हें हर तरह से जागरूक रहने का संदेश दिया।   
सखी केंद्र की महामंत्री नीलम चतुर्वेदी जी ने सभी का स्वागत करते हुए बताया की लैंगिक असमानता को कैसे ख़त्म किया जाये। अपनी संबोधन के दौरान छात्र-छात्राओं से पूछा कि महिलाओं और लड़कियों के ऊपर हो रही हिंसा से ज्यादा बड़ा नुकसान किसका हो रहा है लड़कों का या लड़कियों का. सुप्रिया शुक्ला ने उत्तर दिया कि इस समाज का नुकसान हो रहा है. दोनों का बराबर नुकसान हो रहा है. कोमल ने कहा उत्तर दिया। जब तक इस देश में जेंडर इक्वलिटी नहीं होती है. तब तक हमारा देश कितनी भी तरक्की कर ले कोई फायदा नहीं है। 
हम इस तरह देख सकते है की महिला पर जब हिंसा होती है तो उसका असर हर क्षेत्र में देखने को मिलता है। चाहे वह महिला डॉक्टर, टीचर , बैंक अधिकारी, फैक्ट्री के काम कर रही हो वह हिंसा की शिकार होती है।  
नेशनल अलायन्स ऑफ़ वीमेन की स्टेट कोऑर्डिनेटर प्राची त्रिपाठी ने छात्रों का हौसला बढ़ाते हुए, तितली की कहानी के माध्यम से बताया की हमे अपने अधिकार के लिए खुद आगे बढ़ना होगा और किसी के ऊपर किसी भी प्रकार की हिंसा होती है तो उसे बर्दास्त नहीं करेंगे, उसका विरोध करेंगे। छोटी हिंसा, भेद भाव का रूप का बहुत बड़ा हो सकता है। स्पीच प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने भरपूर आत्म विश्वास के साथ अपने बात सभी तक पहुंचाई जिसमे छात्राओं के साथ छात्रों ने भी हिस्सा लिया। अनमोल ने जेंडर इक्वालिटी के विषय पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सभी को एक पुरुष के नजरिए से अपनी बात कही तथा पुरुषों की उत्पीड़न और भावनाओं के बारे में बताया । सुप्रिया , प्रिया , शिवम तथा स्नेहा शुक्ला द्वारा महिलाओं के प्रति समाज की सोच, दहेज उत्पीड़न के बारे बताया गया साथ ही व्यवहारिक सुझाव भी दिए गए। महाविद्यालय की प्राध्यापकों ने भी विषय के प्रति आपकी राय सभी के समक्ष रखी । विद्यार्थियो के विचारों तथा तर्क वितर्क से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक अपने उद्देश्य को प्राप्त कर सका। स्पीच प्रतियोगिता में सुप्रिया शुक्ल ने प्रथम, स्वाति राज ने द्रितीय व अनमोल गुप्ता ने तृतीया पुरूस्कार हासिल किया एवं निबंध प्रतियोगिता में निधि शर्मा ने प्रथम, आकांशा तिवारी ने द्रितीय व तनूजा राज ने तृतीया पुरूस्कार हासिल किया। प्रिय गौतम , शिवम् शर्मा, कोमल ने कॉन्सोलेशन प्राइज हासिल किया। आज के कार्यक्रम में नीलम चतुर्वेदी, प्राची त्रिपाठी, पुष्पा तिवारी की सहभागिता रही।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ