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आखिर कूड़ा उठाए कौन?


- पार्षद से की जा चुकी है शिकायतें, कोई सुनवाई नहीं 

- गंदगी की बदबू से स्थानीय लोग है परेशान 

कानपुर। निराला नगर के लोग सड़क में फैली गंदगी के बीच रहने को मजबूर है। रोड पर फैला कचरा वहां रह रहे लोगों के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। क्यूंकि बरसात के मौसम में जलभराव हो जाता है। सड़क किनारे गंदा पानी भर जाता है जिसमें मलेरिया के मच्छर पनपते है। इससे स्थानीय लोग बीमार पड़ रहे है। वहीं इलाके में अवैध तरीके से सुंअर पाले जाते है जिससे गंदगी और फैलती है। इलाके के लोगों ने बताया कि गंदगी की शिकायतें पार्षद गिरीशचंदा से की गई लेकिन गंदगी को लेकर कोई सफाई नहीं की गई। और न ही कूड़ादान रखा गया।

एक हफ्तें से बीमार है रूबी

10 साल से निराला नगर में रह रहे निवासी रूबी ने बताया कि सोमवार को बुखार आ गया। जब क्षेत्रीय डॉक्टर के यहां गए तो उसने कई जांचे लिखी। जांच रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मलेरिया की पुष्टि की। परिवार के सदस्यों ने कहा कि घर के बाहर गंदगी से टायफाइड बुखार जैसी बीमारियां होती है।  

राज कुमार दीक्षित (45) ने बताया कि वार्ड मे फैली गंदगी की शिकायतें पार्षद से की जा चुकी है लेकिन पार्षद ने कोई सुनवाई नहीं की। पार्षद तो अपने इलाके में आते ही नहीं है। खुली नालियां, फैले कूड़े से सभी परेशान रहते है। कई बार कूड़ादान रखने के लिए कहा गया लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ।  

निवासी राम गोपाल (55) ने बताया कि पंद्रह दिन पहले बुखार आने पर डॉक्टर ने मलेरिया की पुष्टि की थी। अब स्वस्थ्य हूं। लेकिन गंदगी का आलम ये है कि गली में बाहर निकलकर खड़ा नहीं हुआ जाता। गंदगी की समस्या कई सालों से है लेकिन अभी तक किसी नेता ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।

सफाईकर्मी श्यामलाल का कहना है कि पूरी गली में अकेला वहीं है जो पूरी गली की सफाई करता है। पूरी गली को साफ रखना एक आदमी के लिए मुश्किल है।       

 

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