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स्नातक व परास्नातक की वार्षिक परीक्षाएं 12 मई से


-सीएसजेएमयू की परीक्षा समिति ने लिया फैसला

-11 जिलों में 400 से अधिक केंद्रों पर होंगी परीक्षाएं 

कानपुर।  सीएसजेएमयू कानपुर की वार्षिक परीक्षाएं 12 मई से शुरू होंगी। विवि से संबद्ध महाविद्यालयों के 4.5                    लाख छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में सम्मिलित होंगे। विवि से संबद्ध 11 जिलों में 400 से अधिक परीक्षा केंद्र                 बनाए जाएंगे। बुधवार को यह फैसला विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में परीक्षा                 समिति की बैठक में लिया गया। 

विवि के अकादमिक भवन में बैठक में मुख्य परीक्षा समेत विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। समिति ने तय किया कि सत्र 2021-22 की मुख्य परीक्षाएं 12 मई से होंगी। जिसका विस्तृत शेड्यूल जल्द वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। इस बार स्नातक के द्वितीय व तृतीय वर्ष और परास्नातक के प्रथम व अंतिम वर्ष की परीक्षाएं होंगी। स्नातक प्रथम वर्ष में नई शिक्षा नीति लागू होने से सेमेस्टर प्रणाली लागू हो गई है। विवि इस बार लखनऊ विवि से संबद्ध चार जिलों की भी परीक्षाएं कराएगा। इन जिलों के महाविद्यालय पहले सीएसजेएमयू से ही संबद्ध थे। इन परीक्षा के लिए 84 नोडल सेंटर बनाए गए हैं। परीक्षा समिति में शिक्षकों को 12 दिन का ग्रीष्मावकाश पर भी सहमति बनी। जल्द तिथि तय की जाएगी। बैठक में प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अस्थी, रजिस्ट्रार डॉ. अनिल कुमार यादव, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अंजनी कुमार मिश्र, डीन प्रशासन प्रो. सुधांशु पाण्डिया, कूटा अध्यक्ष डॉ. बीडी पांडेय, प्रो. संजय स्वर्णकार, अजीत सिंह रहे। 

डाकघर से मिलेंगे प्रश्नपत्र

समिति की बैठक में तय हुआ कि परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्रों को भारतीय डाक विभाग के सहयोग से भेजा जाएगा। सभी जिलों में प्रधान डाक घर के माध्यम से महाविद्यालयों को प्रश्न पत्र भेजे जाएंगे। 

सम सेमेस्टर की परीक्षाएं भी ऑब्जेक्टिव माध्यम से

बैठक में सम सेमेस्टर की परीक्षाओं पर भी मंथन हुआ। ये परीक्षाएं नई शिक्षा नीति के तहत होंगी। सम सेमेस्टर की परीक्षा में पेपर का प्रारूप ऑब्जेक्टिव मध्यम से होगा। इसका कार्यक्रम भी जल्द जारी किया जाएगा। 

सीसीटीवी से की जाएगी निगरानी

सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। कंट्रोल सेंट्र विवि में बनाया जाएगा। परीक्षा में किसी तरह की गड़बड़ी के लिए सीधे केंद्राध्यक्ष जिम्मेदार होंगे। परीक्षाओं पर सर्विलांस की भी पैनी नजर रहेगी।

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