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सीएसजेएमयू में आयोजन, नारी शक्ति को किया गया सम्मानित!

भारत भूमि की मिट्टी से जन्मी कई वीरांगनाओं ने भारत की आजादी के लिए कई युद्ध लड़े, जीते और अपने प्राणों को हंसते-हंसते बलिदान कर दिया। ऐसी ही बुंदेलखंड इतिहास को गौरवान्वित करने वाली वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई है। उनके राष्ट्रप्रेम साहस और बलिदान की अमर कहानी, महिलाओं के लिए आज भी प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है। समूचे भारत में आजादी के 75वें वर्ष पर आयोजित अमृत महोत्सव व स्त्री शक्ति की प्रेरणा स्रोत को नमन करते हुए महारानी लक्ष्मीबाई की... जयंती के उपलक्ष्य में सीएसजेएमयू परिसर में “स्त्री शक्ति दिवस” कार्यक्रम आयोजित किया गया। विश्वविद्यालय में यह सफल आयोजन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(एबीवीपी) की मदद से संपन्न हुआ। आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर उच्च शिक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, विशिष्ट अतिथि के तौर पर जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल रानी वरुण,  नेत्र विशेषज्ञ डॉ. शालिनी मोहन, आयुर्वेदाचार्य डॉ. वंदना पाठक, जिलाध्यक्ष वर्षा सिंह आदि के साथ विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में अधिकतर विभाग के विभागाध्यक्ष भी मौजूद रहे।
        मंच से संचालन करती तान्या मिश्रा
गुरुवार,18 नवंबर को विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह (ऑडिटोरियम) में आयोजित स्त्री शक्ति दिवस कार्यक्रम में आए मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों का स्वागत "रानी लक्ष्मी बाई" का स्मृति चिन्ह देकर किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन एबीवीपी की कानपुर पश्चिम क्षेत्र की संगठन मंत्री तान्या मिश्रा ने किया।
मुख्य अतिथि नीलिमा कटियार ने प्रत्येक बेटी में रानी लक्ष्मीबाई की छवि देखते हुए उनके जीवन से जुड़े कई महत्वपूर्ण किस्से साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे  छोटी सी उम्र में ही बता दिया कि मैं बहादुर बनूंगी नहीं, क्योंकि मैं बहादुर हूं। राज्यमंत्री ने लक्ष्मी बाई को प्रत्येक बेटी के जीवन के लिए प्रेरणा श्रोत बताया।
कार्यक्रम का समापन इयांशी तोमर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

स्त्री शक्ति को किया गया सम्मानितशांता मुखर्जी  को प्रतीक चिन्ह देती राज्यमंत्री नीलिमा कटियार

• पीएसआईटी निदेशक सैफाली राज को शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं को आगे लाने के लिए प्रतीक चिन्ह के साथ सम्मानित किया गया।

• राष्ट्रीय युवा संसद से सम्मानित मुदिता मिश्रा को उनके महिलाओं के उत्थान के लिए किए गए कार्यों को लेकर सम्मान के रूप में प्रतीक चिन्ह दिया गया।

• महिलाओं के लिए एनजीओ के माध्यम से शांता मुखर्जी द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए, उन्हें प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया।

रंगारंग कार्यक्रमों की रही धूम!
    बीएफए छात्राओं द्वारा बनाई गई रंगोली

आयोजन की शुरुआत बीएफए विभाग की सौम्या के स्वागत नृत्य से हुई। इसी सिलसिले में पोस्टर मेकिंग, नुक्कड़ नाटक, व कविताओं ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं। बीएफए की छात्राओं द्वारा बनाई गई रानी लक्ष्मी बाई के चित्र की रंगोली ने कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का दिल जीत लिया।

हैंडमेड है रानी लक्ष्मी बाई का प्रतीक चिन्ह
अतिथियों के स्वागत में दिया गया रानी लक्ष्मीबाई का मोमेंटो विवि फाइन आर्ट्स विभाग के बच्चों ने प्रो. ब्रजेश कटियार के दिशा निर्देशन में बनाया। ये मोमेंटो मिट्टी से बनाया गया है।

दर्शकों में दिखा जोश
आयोजन में जितना जोश मंच पर था उससे कहीं ज्यादा जोश दर्शकों में देखने को मिला। कार्यक्रम में 300 से ज्यादा दर्शकों की उपस्थिति रही।
                  
                                        –सुलक्षणा दुबे




 

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