मेले का शुभारंभ मुख्य अतिथि सांसद सत्यदेव पचौरी, विशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर और विवि के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक, डा. वंदना पाठक ने किया। आयोजित मेले को सफल बनाने की कोशिश में छात्र–छात्राओं के साथ शिक्षक भी लगे है।
गोबर के गणेश–लक्ष्मी व वेस्ट मैटेरियल से बनी वस्तुएं रही आकर्षण का केंद्र
विश्वविद्यालय में 29 अक्टूबर को दीवाली मेला का आयोजन किया गया जो 30 अक्टूबर, शाम तक चलेगा। बीएफए विभाग के छात्र–छात्राओं ने मिट्टी, पेपर, लकड़ी, और वेस्ट मैटेरियल में अपनी क्रिएटिविटी जोड़कर सजावट व उपयोग में लाया जाने वाला सामान बनाया। गोबर के बने गणेश–लक्ष्मी की आकर्षक मूर्तियों के साथ प्लेट्स, फ्लावर पॉट, पैन स्टैंड बनाया।
लकड़ी से वॉल हैंगिंग, शो–पीस, लाइट लैंप
पेपर से क्राफ्टिंग, फूल, स्टेच्यू व अन्य प्रकार की रंग बिरंगी वस्तुएं बनाई।
छात्राओं के नृत्य,संगीत से गूंज उठा सीनेट हाल!
छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी के हर छोटे–बड़े उत्सव में मनोरंजन का तड़का लगाने में विवि आवास के छात्र–छात्राएं हमेशा आगे रहते है। फिर चाहे वो मनोरंजन प्रतियोगिता की आड़ में ही क्यों न हो? इस बार भी छात्र–छात्राओं ने अपने अनोखे अंदाज से सभी का दिल जीत लिया। 29 अक्टूबर को सीनेट हाल में दिवाली मेला का आयोजन संपन्न हुआ जो 30 अक्टूबर को भी जारी रहेगा। आयोजन का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व गणेश वंदना से हुआ। बीएफए की छात्रा सौम्या ने गणेश वंदना में नृत्य प्रस्तुत किया।
आयोजित कार्यक्रम में सोलो डांस, डुएट डांस, ग्रुप डांस व सिंगिंग, कव्वाली शामिल रहे। छात्र–छात्राओं ने अपने शानदार प्रदर्शन से मौजूद दर्शकों का दिल जीत लिया।
पिछले दो सालों से नही लग पा रहा था मेला
सीएसजेएमयू के स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स एंड परफॉर्मिंग आर्ट्स के निदेशक डॉ बृजेश कटियार ने बताया कि कोरोना के चलते पिछले 2 वर्ष से यह मेला आयोजित नहीं हो पाया था लेकिन इस बार दीवाली मेले के लिए छात्र–छात्राएं पिछले 1 महीने से तैयारी कर रहे थे।छात्रों ने मिट्टी के दिए, वंदनवार से लेकर गोबर के गणेश–लक्ष्मी बनाकर इकोफ्रेंडली दीवाली बनाने का संदेश भी दिया है।
विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर बृजेश कटियार ने बताया कि यह मेला बाहरी व्यक्तियों के लिए भी खुला है। यहां पर उपलब्ध सामान उचित दामों पर लोग खरीद सकते हैं।
सुलक्षणा दुबे
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